( मेरी याद तुम्हें तब आएगी ) यह कविता ADS द्वारा समर्पित है! बात याद वही सब आएगा जब कोई बंदा मेरे जैसा मिल जाएगा। चैन की सांस तू ना ले पाएगी,रातों को जब मेरी याद आएगी। सोच-सोच कर मेरे बारे में,आई थिंक तुम बहुत पछताओगी। मेरी याद तुम्हें तब आयेगी,जब कोई कॉल तुम्हारे फोन पर आएगा। मेरी याद तुम्हें तब आयेगी,जब तुम रातों को ठीक से सो नहीं पाएगी। होगा एक नया सवेरा तुम्हारे लिए,लेकिन उस सवेरे में तुम मुझे ना पाओगी। मेरी याद तुम्हें तब आयेगी,जब तुम मुझे सामने ना पाएगी। कल दिन होगी जहां की सारी खुशियों तुम्हारे पास,लेकिन उन खुशियों में तुम मुझे ना पाएगी। मेरी याद तुम्हें तब-तक आएगी, जब तक तुम मुझे भूल नहीं जाएगी। 7631247295 ADS amarjeetkumarsah913@gmail.com ADS