White लड़खड़ाते कदमों से , दुनिया की रफ़्तार, के पीछे भाग रही थी । अकेली हूं यह सोचकर , ज़माने से डर रही थी । पर दुनिया की तेज़ी में , दुनिया बनाने वाले को भूल गई थी। हैरानी की बात है , वह मुझे नहीं भूला था । जहां-जहां मेरे लड़खड़ाते कदम पड़े उसने रास्ता बना दिया। मुश्किलें मेरी मोम की तरह पिघल गईं । दुनिया नहीं दुनिया बनाने वाला बड़ा है अब मैं यह समझ गई। ©Neema Pawal प्रभु की कृपा।