Nojoto: Largest Storytelling Platform

बदलते मौसम के साथ अपनों को बदलते देखा है, मुश्किल

बदलते मौसम के साथ अपनों को बदलते देखा है, 
मुश्किल वक्त में अपने सपनों को बदलते देखा है।
कभी जो ना बदलने की कस्में खाया करते थे, 
हमने उनको अपनी जिंदगी में बदलते देखा है।

जरूरत हो तो हर कोई अपनापन जताता है, 
जरूरत खत्म होने पर सही रंग सामने आता है।
भीड़ में मिलने पर तुम्हे नीचा दिखाया जाता है, 
अकेले में मिलने पर पूरा मौसम बदल जाता है।

इन सब बातों से मेरा तुमसे बस यही कहना है, 
अपने मासूम दिल का ख्याल तुम्हें खुद रखना है
निजी शांति के लिए तुम्हें और ताकतवर बनना है।  #बदलतेमौसम 
बदलते मौसम के साथ अपनों को बदलते देखा है, 
मुश्किल वक्त में अपने सपनों को बदलते देखा है।
कभी जो ना बदलने की कस्में खाया करते थे, 
हमने उनको अपनी जिंदगी में बदलते देखा है।

जरूरत हो तो हर कोई अपनापन जताता है, 
जरूरत खत्म होने पर सही रंग सामने आता है।
बदलते मौसम के साथ अपनों को बदलते देखा है, 
मुश्किल वक्त में अपने सपनों को बदलते देखा है।
कभी जो ना बदलने की कस्में खाया करते थे, 
हमने उनको अपनी जिंदगी में बदलते देखा है।

जरूरत हो तो हर कोई अपनापन जताता है, 
जरूरत खत्म होने पर सही रंग सामने आता है।
भीड़ में मिलने पर तुम्हे नीचा दिखाया जाता है, 
अकेले में मिलने पर पूरा मौसम बदल जाता है।

इन सब बातों से मेरा तुमसे बस यही कहना है, 
अपने मासूम दिल का ख्याल तुम्हें खुद रखना है
निजी शांति के लिए तुम्हें और ताकतवर बनना है।  #बदलतेमौसम 
बदलते मौसम के साथ अपनों को बदलते देखा है, 
मुश्किल वक्त में अपने सपनों को बदलते देखा है।
कभी जो ना बदलने की कस्में खाया करते थे, 
हमने उनको अपनी जिंदगी में बदलते देखा है।

जरूरत हो तो हर कोई अपनापन जताता है, 
जरूरत खत्म होने पर सही रंग सामने आता है।