फूल, फूल बनता है टहनी से टूटकर माशूक शायर बनता है बांहों से छूटकर किस्मत में विछोड़े है तो क्या, इश्क़ शिद्दत से हो महबूब ख़ुदा बनता है हाथों से छूटकर ©Fit Shayar #devdas