मेरी परछाई मुझे मेरी परछाईं मुझे कह रही है, नहीं चलना मुझे तुम्हारे साथ तुम ऐसी तो नहीं हो कहीं भी अन्याय को सहन न करने वाली, आज खुद घुट रही हो, ऐसा क्यों? उठो, चलो, और लड़ो #खुद के लिए तुम ऐसी ही हो #लड़ने वाली सब सही कहते है, लड़ती ज्यादा हो अब लड़ाई तो होगी ही, तुम घुटती कहां हो, लेकिन अब मैं नाराज़ हूं, तुम खुद के लिए नहीं कर पा रही हो #मेरीपरछाई #manishakaushik