क्यूँ निगाहों से तीर चलाकर घायल करते हों " साहिब " अपने लबों का ज़ाम पिलाकर देखियें अगर मुद्दतों तक होश आ जायें तों कह देना - MERI SHAYARI MERI DASTAAN क्यूँ #निगाहों से #तीर #चलाकर #घायल करते हों " #साहिब " अपने #लबों का #ज़ाम #पिलाकर देखियें अगर #मुद्दतों तक #होश आ जायें तों कह देना - MERI SHAYARI MERI DASTAAN