तेरे लिए मैं रोती फिरूं तेरी इतनी औकात नहीं तेरी बातों से पिघल जाऊँ ऐसा तू ज़ज्बात नहीं तेरी यादो में मरती रहूं ऐसा तू ख्यालात नहीं तेरे हर प्रश्न का उत्तर दूँ ऐसा तू सवालात नहीं तुझे लगता है मैं तेरे लिए हर कुछ कर जाऊँ तो सुन? तेरी इतनी औकात नहीं ~ पूजा हिन्दुस्तानी ©Pooja Hindustani तेरी इतनी औकात नहीं