हम थे ..बो थे ... ओर बरसात थी... हम तीनों की एक ही आवाज थी । हम दोनों तो अंदर थे हाँ एकदूजे के अंदर थे औऱ बाहर हसीं बरसात थी फिर टूट गए बेकार के बंधन एक हो गए दोनों तन मन गा रही थी बरसात कोई धुन हमारी सांसे ही संगीत का साज थी में था वो थी हम दोनों थे अंदर प्रेम की औऱ बाहर बूंदों की दोनों जगह बरसात थी कुछ कुछ अनूठी सी करामात थी में था वो थी दोनों एकदूजे के अंदर थे ओर बाहर बरसात थी ओर बाहर बरसात थी... ©Snehi Uks #RAIN_VECTOR #बरसात #प्रेम #अनूठी #करामात #लव #प्यार