हमें ना मंदिर चाहिए ना मज्जिद हम इंसान हैं इंसान हमें दो वक्त की रोटी और थोडा सुकून चाहिए हमें ना #मंदिर चाहिए ना #मज्जिद हम #इंसान हैं इंसान हमें दो वक्त की #रोटी और थोडा #सुकून चाहिए