2 Years of Nojoto वो आपका मुस्कुराना,आदत है आपकी जाना था नाम से पहले भी आपको,लेकिन महसूस किया आज ही, वो आपका मुस्कुराना,आदत है आपकी। और हमें समझाना कि आप अपने हो मेरे ,आदत है आपकी, आपकी आँखों की ये रौशनी,कुछ कहती थी मुझसे। आप ही हो ,जिनकी तलाश थी हमें कब से, आपकी होंठों की ये मुस्कुराहट,कुछ कहती थी मुझसे। आप हो तो कुछ भी कर जाऊँगा, साथ जब हो तो लड़ जाऊंगा, आप हो तो शिक्षा है,आप हो तो ज्ञान है। आप न हो तो ,कुछ भी नहीं सब कुछ अज्ञान है, प्रणाम हमारा आपको ,नमन हमारा आपको। वो आपका मुस्कुराना ,आदत है आपकी। poem #Rupak