पांच तत्वों से मिलकर ही प्रकाशमान है यह सारा संसार। पांच तत्व ही है हमारे जीवन का सार और जीने का आधार। मनुष्य योनि पाने की हमेशा सभी जीव जंतु करते हैं मन्नत। जिन्हें मिल गया है मनुष्य जन्म उनके लिए है जग ही जन्नत। #जग_हीं_जन्नत_काव्य_संगीत 👉समय सीमा आज 7:30 Pm से कल 02:30 Pm तक है,प्रतियोगिता में भाग लेने के बाद comment में time+Done लिखने के वजाय अपनी रचना लिख दीजिए, विजेता घोषित कल रात 10 बजे कर दिया जाएगा। 🎑काव्य संगीत प्रतियोगिता 16 में आपका स्वागत करता है। आप 04 पंक्ति में अपनी सराहनीय श्रेष्ठ उत्कृष्ट अनुपम उत्तम रचना लिखें।📃 #काव्य_संगीत #yqdidi #yqbaba 👉मौलिक रचना लिखें, वो भी भारतीय भाषा में, और रचना की प्रत्येक पंक्ति में सिर्फ़ 01-12 शब्दों हीं प्रयोग करें।