तुम्हें ..ऐ! प्रियतमा भूलूँ ,मगर भूला नहीं जाता। करें ना मौन वाचन मुझसे,नैनों को बता देना। तेरी चाहत के सपनों को,जुदाई तोड़ देती है। तेरे कदमों की ध्वनियाँ,दिल की धड़कन मोड़ देती है। मुझे ना यूँ सताएँ,पग की छम-छम को बता देना। तुम्हे..ऐ! प्रियतमा... तेरे चेहरे की चम-चम से,चकाचौंधी सी छाती है। दिखाई कुछ नहीं देता,जो तू पलकें झुकाती है। करें ना मुझको दीवाना,जरा उनको जता देना। तुम्हे..ऐ! प्रियतमा... असीमित प्रेम के तेरे,उजाले दिल मे रहते हैं। तेरे होंठो की मुसकानें लिए,सदियों से बहते हैं। कहूँ तुझसे प्रिये मै क्या.?व्यथा तन और मन की अब। समायी हो लहूँ जैसी,ये खुद से भी छिपा लेना। तुम्हे..ऐ! प्रियतमा भूलूँ ,मगर भूला नहीं जाता। करें ना मौन वाचन मुझसे,नैनों को बता देना। #NojotoQuote love#me