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बस हल्की सी रोशनी काफी है उसे समझने के लिए उजाले म

बस हल्की सी रोशनी काफी है उसे समझने के लिए
उजाले में वो खुद ब खुद निखर आता है।

कोशिश भी नही करनी अब उसे पहचानने की 
वो तो आंखों में अब उतर आता है।

नही, बहुत देर तक उसका  साथ चाहिए ही नही 
दिल हर बार उसे थोड़ा और रुकने की इजाजत माग लेता है #रोश
बस हल्की सी रोशनी काफी है उसे समझने के लिए
उजाले में वो खुद ब खुद निखर आता है।

कोशिश भी नही करनी अब उसे पहचानने की 
वो तो आंखों में अब उतर आता है।

नही, बहुत देर तक उसका  साथ चाहिए ही नही 
दिल हर बार उसे थोड़ा और रुकने की इजाजत माग लेता है #रोश