तोहफा नहीं प्यार लाना तोहफा नही प्यार लाना, 1 दिन के लिये ही सही मा का दुलार और, पापा की डांट लाना । बचपन की ओ नोंक-झोंक, और परियों का संसार लाना ।। भैया मेरे तोहफा नहीं बस राखी के दिन अपना प्यारा बचपन अपने साथ लाना, दुआओं मे अपने इस बहन के लिए , रब सलामती मेरे भाई की रखना। कच्चे धागों में बंधे पक्के रिस्तों को बनाये रखना ।। तोहफा नहीं प्यार लाना, 1 दिन क लिये ही सही बचपन की ओ नोंक-झोंक , और परियों का संसार लाना ।।