हे महात्मा ! तुम महान आत्मा, सत्य, अहिंसा ही थे तव जीवन आधार, जिनसे करते थे तुम असीम प्रेम व्यवहार, 'करो या मरो 'की भावना का देते थे उदगार | और सफल होते गए सदा, कभी न मानी हार, भारत माँ की रक्षा हेतु सहे अगणित पीड़ा -प्रहार, होकर घृणा से विलग जग में बाँटा प्यार ही प्यार | एक ही आदर्श था जीवन में "सादा जीवन उच्च विचार, थी एक ही अभिलाषा "राम -राज्य "का स्वप्न होवें साकार, यही अभिलाषा लिए ह्रदय में तज दिया निज जीवन प्राण | हे भारत के योगी किशन !अब कब लोगे भारत में अवतार, कर रही जनता जनार्दन बस तव आगमन का इंतजार, बस तव आगमन का इंतजार |||| Happy Birthday #Mahatma Gandhi ji