रचना नंबर – 2 बाल कविता शीर्षक – “जीवन का सच” आओ बच्चों तुम्हें आज सिखाऊँ। जीना कैसे है वर्तमान समय में मैं तुम्हें आज ये बतलाऊंँ।। रिश्ते, ज्ञान, प्रकृति और प्रेम दिखलाऊँ। यहीं हैं जीवन के सारे सच्चे रंग तुम्हें बताऊंँ।। जीवन में कितने भी आएं कठनाई। तुम सब ना छोड़ना राह जीवन की सच्चाई।।