वो तुमने कहा था ना...... "सुनो! जब भी आना ज़रा जल्दी आना, इन पहाड़ों में दिन जल्दी ढल जाते हैं और रात बहुत लंबी होती है.......!!" तेरा दिन तो न बन सका मगर मैं रात बनकर आया हूँ, ढलूँगा नहीं, अभी लंबा चलूँगा,