उनसे दूर करने को तो नज़र अंदाज़ कर सकते हो तुम... बात ईमान पर जो आई तो क्या करोगे तुम... बेहतर है कि वक़्त रहते सम्भल जाओ वगरना ! बाद मेरे रो पडोगे तुम... ©abhisri095 #बाद#मेरे