उसकी व्यथा क्या लिखूं? वो दिया, जो जबतक जिया जलता रहा। हवाओं की साज़िश कोई रही होगी, जो बुझा दिया उसे... वरना अकेला अंधेरा तो, रातभर बिलखता रहा। अभिलाषा झा #हिंदी#पोएम#lockdown#9pm9 minutes#diyaindia#Corona