"जब जागा था उस रोज में सवेरे से आयी वो मेरे पास गलियारे में ओर पूछा उसने मुझसे कुछ इसारे में थी फुलवारी उस गलियारे में बैठा था भवरा उस गुलाब पर ओर कह दिया था उसने इशारे में देखो क्या गुजर रही है इस गुलाब पर ओर आ रहा है मुझे प्यार जनाब आप पर" romantic