मैं किस हद तक वक़्त पर एतबार करूँ अपनी ख्वाहिशों से नज़रे दो चार करूँ बदलता गया मैं, वक़्त के साथ 'कृष्णा' दर्द के सागर में केसे खुद को पार करूँ #vakt #yqdidi #life #astheticthoughts #khamoshi #ख़्वाहिशें