खोलो अपने मन के द्वार , होलिका में जला दो ईर्ष्या,अंहकार मानकर सभी को अपना परिवार, गालों पर लगवा कर गुलाल, गले मिलो और पूंछो हाल कंधे से कंधा मिलाकर,पिछली बातों को भुलाकर आओ सबके संग मनाओ, रंग भरा यह त्यौहार #होली_है खोलो अपने मन के द्वार , होलिका में जला दो ईर्ष्या,अंहकार मानकर सभी को अपना परिवार, गालों पर लगवा कर गुलाल, गले मिलो और पूंछो हाल कंधे से कंधा मिलाकर,पिछली बातों को भुलाकर आओ सबके संग मनाओ, रंग भरा यह त्यौहार #होली_है #होलीकेहमजोली #रंग_खुशियों_के