दरख़्त अधूरे ही सही पानी बिना, कामयाबी अधूरी ही सही कुर्बानी बिना, दुनिया मुकंबाल ही सही हमारे बिना, मोला अकेला ही सही झुटे फसाने बिना, दोस्ती ना ही सही मुसलसर दिखावे बिना, ज़िन्दगी नरक ही सही इज्जत,रुतबा और कहानी बिना। #zindagi ke #kimti_pehlu