आज़माने की कोशिश में कशिश हो गई। खुसी की चाह में गम-ए-ज़ुस्तज़ु पर जंग छिड़ गई।। खुस रहना अगर है, तो झांक लो खुद के अंदर। यह वह सरिता नहीं, है एक बड़ा समंदर।। ©BINOदिनी #alone #जीवनदर्शन