चेहरे पर मुस्कान, दिल में है तूफ़ान, आफत की बारिश, ख़तरे में मेहमान, मंज़िल दूर बहुत, राह पड़ी सुनसान, छल जाते अपने, मत होना हैरान, वक्त ने ली करवट, महफ़िल है वीरान, रहने लगी रौनक, बदल गया श्मशान, 'गुंजन' करो प्रयास, मिटे सकल अज्ञान, --शशि भूषण मिश्र 'गुंजन' समस्तीपुर बिहार ©Shashi Bhushan Mishra #चेहरे पर मुस्कान#