बेचैन है दिल,बेचैन हूँ मैं कुछ तो कमी है ज़रूर कहीं चलती हैं साँसे अब भी मेरी पर सरगम की कमी है ज़रूर कहीं हँसते तो हैं ओंठ भी मेरे पर दिल में ख़ुशी की कमी है ज़रूर कहीं देखते तो हैं नयन सब कुछ मेरे पर तुझे न देख पाने की कमी है ज़रूर कहीं सुनते हैं श्रवण सब आवाजें, मेरे तेरे सच को सुनने की कमी है ज़रूर कहीं बोलती तो बहुत कुछ हूँ मैं तेरे सामने मूक हो जाने की कमी है ज़रूर कहीं सबकुछ तो है पास मेरे एक 'तू' नहीं बस,उसी की कमी है ज़रूर कहीं...! ,🌹🌹🌹 Muनेश..Meरी✍️ दिल सहमा सहमा है ये कैसी कमी है। #कमीहै #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi