#कैसे_कहूं दिल की बतिया, कैसे कहूं ज़ज्बात रे.. देखा जब से तुझको मैने, मैं गया दिल हार रे.. बिन तेरे नही लागे मन है, बस मिलन की चाह रे.. कोई जतन कर अब मिलन की, बुझे मन की प्यास रे.. #कैसे_कहूं दिल की बतिया, कैसे कहूं ज़ज्बात रे.. #अजय57