#gazal कोई दोस्त है न रक़ीब है तेरा शहर कितना अजीब है (रक़ीब = प्रेमिका का दूसरा प्रेमी, प्रेमक्षेत्र का प्रतिद्वंदी) वो जो इश्क़ था वो जुनून था