जिसपर पैर फिसलने देने की कोई गुंजाइश नहीं होती .... उतार चढ़ाव दोनों आते हैं और कोई पड़ाव भी नहीं होते और मंज़िल मिल ही जाएगी इस बात की कोई गारंटी भी नहीं होती। - अदिती अग्रवाल एक ख़ूबसूरत #collab Aesthetic Thoughts की जानिब से। #इश्क़कीसीढ़ी #YourQuoteAndMine #yqbaba #yqaestheticthoughts #yqhindi Collaborating with YourQuote Didi