माँ कूष्मांडा देवी नवरात्रि की चौथी देवी, कूष्मांडा माई । श्रृष्टि की जननी हैं मैया, तुमने दुनिया बनाई ।। भक्त तुम्हारे नित दिन मैया, तेरे ही गुण गावे । प्रसन्न हो भक्तों पर माता,अमृत कलश छलकावे ।। विभिन्न शस्त्रों से शोभित हैं, अष्टभुजा महामाई । सिंह सवारी है मैया की, तुम ही दुर्गा कहलाई ।। -अभिषेक अस्थाना(स्वास्तिक) माँ कूष्मांडा देवी नवरात्रि की चौथी देवी, कूष्मांडा माई । श्रृष्टि की जननी हैं मैया, तुमने दुनिया बनाई ।। भक्त तुम्हारे नित दिन मैया, तेरे ही गुण गावे । प्रसन्न हो भक्तों पर माता,अमृत कलश छलकावे ।।