जलना है तो धागे से सीखो पिंघलना है तो मोम से सीखो बिना मोम के बत्ती नही धागा और मोम मिलकर बनते हैं मोमबत्ती दोनो एक साथ जलते और पिंघलते हैं दोनो के बिना रौशन नही हो सकता जहाँ दोनो मिलकर ही जहाँ को रौशन करते हैं मिटाते है निशा के तिमिर को साँझ होते ही घर की चौखट पर जलते हैं पूछो उनसे जाकर जिन घरों में होता है अंधेरा उनके दिल कैसे अंधेरे में आंहे भरते हैं मिट जाता है धागा खो देता है बजूद अपना पिंगलने के बाद मोम भी खो देती है अस्तित्व अपना सिखाते हैं दुनियाँ को मिटना ही है जिंदगी दोनो मिटकर ही ,रौशन जहाँ करते हैं ©Dr Manju Juneja #जलना #पिंघलना #मोमबत्ती #रौशन #जहाँ #धागा #निशा #तिमिर #अस्तित्व #CandleLight