मैं अक्सर कागज़ों पे लिखता हूँ,.. उंगलियों की छुअन से जैसे उनमे गुदगुदी सी होती है और वो मुस्कुरा पड़ते हैं... सुनो तुम भी तो एक ज़िंदा कागज़ हो न, और मेरी उंगलियां गढ़ती है तुमपे , विनोद(हंसी) कि एक खूबसूरत दास्तां..!!😊 "श्री" #sunlight #Poetry #writing #Hindi #Quotes #Love #Inspiring #Missing