Nojoto: Largest Storytelling Platform

जब लाइलाज थे तब संभाल गए, अब टीका हैं फिर भी फिसल

जब लाइलाज थे तब संभाल गए,

अब टीका हैं फिर भी फिसल गए,

कोई दोष नहीं महामारी का

दिवाला निकल गया समझदारी का,

छूट क्या मिली लापरवाह हो गए,

हम खुद ही इतने बेपरवाह हो गए,

न मास्क पहेना न दो गज की दूरी,

ज़िंदगी दाव पर लगा दी हमनें पूरी ।

©Nehu #Society #covid19 #public
जब लाइलाज थे तब संभाल गए,

अब टीका हैं फिर भी फिसल गए,

कोई दोष नहीं महामारी का

दिवाला निकल गया समझदारी का,

छूट क्या मिली लापरवाह हो गए,

हम खुद ही इतने बेपरवाह हो गए,

न मास्क पहेना न दो गज की दूरी,

ज़िंदगी दाव पर लगा दी हमनें पूरी ।

©Nehu #Society #covid19 #public
nehu5757857322783

Nehu

New Creator