"वो अनजान चला है जन्नत को पाऩे की खातिर, बेखबर को इत्तला कर दो की माँ-बाप घर पर ही है !!" 🌹🍁🌳🌲🍃🌿🌸🎋🍂🎍🍀 ©Rohit thakur prerit kahani