मैंने दिल तो लगाया कुछ सोच के दिल को यूँ तोड़ दोगे पता ना था! मैंने चाहा था मन मेरा तुम से जुड़े हर कड़ी तोड़ दोगे पता ही ना था! राह देखी थी मैंने तो चारों पहर नींद उड़ सी गई सांस गई ठहर मन को मंदिर बनाया था तेरे लिए! देव ही ना बनोगे पता ही न था! तुम ना आए तो आंखें यह भरने लगी सब बहारें भी पतझड़ सी लगने लगी! लाखों उपवन सजाए हे तेरे लिए आंधियों का इरादा पता ही न था! तुम भले भूल जाओ हमें एक पल याद आती है तेरी हमें आजकल हर घड़ी बस तुम्हें याद करते हैं हम... हिचकियां रोक लोगे पता ही न था ।।❣️ ©RAJ AGRAWAL #teriyaadein #Hichkiyaan #WalkingInWoods