आज मै खुद से आजाद हूँ, जो बंदिशे थी उससे आबाद हूँ, जो पढ़ा न जाए वो किताब हूँ, हर वो मुसकिल सवालो का जवाब हूँ, हाँ,आज मै खुद से आजाद हूँ चंद्रेश बिन्द..✍ #चंदूडायरी #आजाद