में आज जो भी हूं, वो आपके कठिन परिश्रम की वजह से हूं। मेरे लिए मेरे मां और पापा ने अपना सब कुछ निछावर कर दिया था। मां से मैंने संस्कार और आचरण सीखा तथा पापा से कठिन समय में धैर्य और संयम के साथ संघर्ष सीखा। में शुक्रगुजार हूं, मुझे आप जेसे मां और पापा मिले। मेरा भी वादा हैं आपसे, आपकी ढलती उम्र के साथ आपको बच्चों की तरह व्यवहार करूंगा। मां और पापा को देखने से दिल को सुकून मिलता है। ©anil foujdar #प्रिय मां और पापा #धैर्य और संयम #ढलतीउम्र