वो ठहरा कोई एक समंदर है जिसकी चाहत अंदर ही अंदर है जब खाती हिलोले यादों के चली आती शहर के अंदर है छुती हौले, सभी को नजाकत से समेटे मोहब्बत को अंदर है क्या मिलने को रोकेगा जमाना बगावत ही लहरों के अंदर है ©deshank sharma #deshank #Life #Hindi #Love #Shayari #Nojoto शायरी शेरो शायरी हिंदी शायरी शायरी हिंदी