White मौका मिलते ही आसमानों को छूने की फिराक में रहती हैं धूल कभी कहां अपनी औकात के हिसाब से रहती है हकीकत की बौछारों में भीगते भीगते पैरों पर लिपटती है देखने लायक हो जाती हालत धूल कीजब गैरत भी गिरवी रखती है बबली गुर्जर ©Babli Gurjar #sad_shayari वंदना .... Dayal "दीप, Goswami..