समुंदर पीर का का अंदर है लेकिन रो नही सकता। ये आशु प्रेम की मोती है, इसको खो नही सकता। मेरी चाहत की दुल्हन तु बना लेना मगर सुन ले। जो मेरा हो नही पाया वो तेरा हो नही सकता। #ग़ज़ल #shayari #कविता #poet #anandkikavita #artist