हो सके तो इतना यार करना, किसी से सच्चा न तुम एकतरफा प्यार करना, क्योंकि दो लोंगों के प्यार में दो दिल साथ हारोगे, पर एकतर्फे में तो साँस भी गवा डालोगे, हो सके तो इतना यार करना, किसी से सच्चा न तुम एकतरफा प्यार करना, क्योंकि दो लोंगों के प्यार में दो दिल साथ हारोगे, पर एकतर्फे में तो साँस भी गवा डालोगे, जां का सौदा भी हँस कर ,करते जाओगे, पूरी उम्र एक झुठी याद में ही गुजरोगे, किसी के लिए देवदास, तो किसी के लिए पारो कहलाओगे,