मैं सुबह हूंँ वो चाय है, मैं रात हूँ, वो दिन है, मैं आंखँ हूंँ, वह ख़्वाब है, मैं सूरत हूंँ, वो स्मित है, मैं दिल हूंँ ,वो साँसे है, मैं अंतर हूंँ ,वो आत्मा है, मैं फूल हूंँ ,वो फोरम है, मैं चांद हूंँ ,वो रोशनी है, मैं भक्त हूंँ ,वो भगवान है, मैं लब हूंँ,वो शब्द है, मैं कविता हूंँ,वो किरदार है, मैं प्यार हूंँ , वो जिंदगी है, मैं अल्पविराम हूंँ , वो पूर्णविराम है। -Nitesh Prajapati ♥️ Challenge-763 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें। ♥️ अन्य नियम एवं निर्देशों के लिए पिन पोस्ट 📌 पढ़ें।