दे इजाजत, कि रूह बनके, तेरे जिस्म मे ढल जाऊँ दे इजाजत, कि सीने में तेरे, दिल बन के धड़क जाऊँ तेरी सांस महके मेरे "इश्क" के इत्र से, मै ना रहूँ मुझमें, यूँ तुझमें समा जाऊँ “ कलम से✍️ ©Thakur Sahab tujhme sma jau #intimacy