अपने इश्क़ के रंग में, रंग दे पिया मोहे। कि ये दिल तुझमें घुलने को बेकरार है। कैसे बयाँ करूँ अपने इश्क़ का अहसास। कि मुझे तेरी हर बात पे बेशक ऐतबार है। आज भी याद है मुझे तेरा वादा-ए-विसाल। इस होली में तुझसे मिलने का इंतजार है। इस बार तू मुझे भर ले अपनी बाहों में। दे सुकून कि ये दिल तेरा तलबगार है। कि फिर न मिलेगा मौका एक होने का। हकीकत में ये इंतजार ही तो प्यार है। ♥️ Challenge-521 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ विषय को अपने शब्दों से सजाइए। ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें।