#OpenPoetry हमारी #शख्सियत का अंदाज़ा तुम क्या #लगाओगे गालिब, #हम_जंगल में नहीं इसका मतलब यह नहीं की #शिकार_करना भूल गया #सीधा_ठोक_देंगे.!!