यादों ने मुझसे मुझको ही उड़ा ले गया , अनभिज्ञ था वो जो फिर से तेरे ही गोद में बैठा गया ।। दूर ही, तो जा रहा था किसने सोचा तेरे ही करीब चला जा रहा हूं ।। आज भी आसमानों की उचाईयो , को अपने कदमों से नाप रहा हूं।। बन बैठा नासमझ , फिर से , तेरा पत्ता पूछ बैठा हूं ।। #motivation #yaadekuchpurani #story