बंगाल चुनाव जीतने के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की ओर से किसी तरह दुख को विपक्ष का सबसे बड़ा चेहरा साबित करने की कोशिश हो रही है यह किसी से छिपा नहीं कि द्रमुक नेता और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री हैं मालानी की ओर से यूं तो दिल्ली तक धमकी देखने कोशिश नहीं हुई है लेकिन राज्य में सहयोगी कांग्रेस को बाहर बारिश का एहसास कराया जाता है कि दोनों का नेतृत्व प्रभावशाली है आप तेलंगाना के मुख्यमंत्री चंद्रशेखर राव ने भी एकाएक अपना स्वरूप बदल दिया है पिछले कुछ वर्षों से केंद्र की मोदी सरकार के साथ उनका प्रयोग से ही सही परंतु तालमेल दिख रहा था शायद आगामी चुनावों को देखते हुए उन्होंने भी आक्रमक तेवर अपने लिए हैं और संदेश दिया जा रहा है कि उनका प्रभाव प्रदेश से बाहर तक है कहने की जरूरत नहीं है कि क्षेत्रीय विपक्षियों के लिए कब आए दो से कांग्रेस की कश्यप अकाशी बढ़ने वाली है ©Ek villain #कितने दावेदार #proposeday