महलो का छप्पन् भोग मिले, या उत्तम भाग्य का योग मिले। वनवास मिले तब काँटों पर चलना ही होगा, युद्ध समक्ष हो , तब मन से लड़ना ही होगा। अँधेरे मे रेंग रहे हो सहस्र नाग, चाहे फैले नरको की आग, बन परशुराम तपना ही होगा, विषधर नागों के फन को कुचलना ही होगा। #युद्ध