तेरी वो खुशबु थी हवा में जिससे हवा महक गयी थी। तेरे आने के आहाट से हम वाकिफ हो गए थे। दिलने तो मान लिया था की तू आसपास ही हैं कही लेकिन ये नजरे थी कमबख्त जो दिल पर शक किये जा रहीथी। #_तेरी_आहट