यादों का भंवर यादों के पन्ने जब भी खुलते हैं ज़हन में, हिलोरे लेने लगते हैं ज़ज्बात हमारे दिल में पहुँच जाते हैं हम यकायक उस दुख भरे समय में, दिल मे टीस सी उठ जाती है पल भर में चाहे जितना भी हम रहना चाहें उन यादों से दूर, घेर ही लेती हैं वो हमें कभी ना कभी ज़रूर दे जाती हैं वो दिल को एक अंतहीन पीड़ा, उनके आगे हो जाते हैं हम कितने बेबस और मजबूर सोच लिया है हमने कि अपने ख्यालों पर रखेंगे हम काबू, भावनाओं को ख़ुद के अंदर नहीं होने देंगे हम बेकाबू इन यादों के भंवर में खुद को ना हम फंसने देंगे, ना होंगे हम उदास ना ही आँखों में हम आँसू आने देंगे #rztask88 #rzलेखकसमूह #restzone #rzwriteshindi #yqrestzone #collabwithrestzone #yqdidi